
वहीं, जिंक प्रतिरक्षा स्वास्थ और हेल्द की दृष्टि से महत्वपूर्ण है. मैग्नीशियम याददाश्त सुधारने में मदद करता है और बढ़ती उम्र में खोने वाली याददाश्त से बचाता है.
These cookies are needed for the web site to function and can't be switched off within our units. They are frequently only established in response to steps created by you which total into a request for products and services, which include location your privateness Tastes, logging in or filling in sorts.
कैल्शियम, मैग्नीशियम, प्रोटीन, राइबोफ्लेविन, विटामिन ‘ई’
गर्भावस्था के दौरान मेवों के सेवन से जुड़ी कई गलतफहमियां और मिथक हैं। एक गर्भवती महिला के लिए कुछ मेवे जैसे, काजू, बादाम, खुबानी, छुहारे, किशमिश, खजूर, अखरोट और पिस्ता लाभदायक हो सकते हैं। चूंकि मेवे पौष्टिक होते हैं, इसलिए आपको प्रत्येक दिन अपने आहार में अनुशंसित मात्रा में इन्हें शामिल करना चाहिए। यहाँ कुछ तरीके दिए गए हैं जिनसे आप यह कर सकती हैं:
डाई फ्रूट्स का सेवन करने से हो सकते हैं कई कमाल के फायदे.
लो बीपी के लक्षण और इलाज – जाने कैसे करे ठीक?
एक दिन में कितना ड्रैगन फ्रूट खाया जा सकता है?
खजूर काफी मीठा होता है और यह फाइबर, पोटैशियम और आयरन का अच्छा सोर्स है. तमाम ड्राई फ्रूट्स के मुकाबले डेट में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा काफी अधिक होती है। इसलिए डेट खाने से शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस घट जाता है. डेट में read more ग्लाइकेमिक इंडेक्स कम होता है. इसलिए खजूर के सेवन से ब्लड शुगर की मात्रा आमतौर पर नहीं बढ़ती. कुछ स्टडीज में ये बात सामने आई है कि डेट के सेवन से प्रेगनेंट महिलाओं को फायदा पहुंचा.
चूंकि मेवों में फ्रुक्टोज नामक एक प्राकृतिक शर्करा होती है और यदि आप दाँतों की पूर्ण स्वच्छता नहीं रखती हैं तो यह आपके दाँतों में सड़न पैदा कर सकती है।
बीज और सूखे मेवे गर्मियों में कौन से ड्राई फ्रूट्स खाने...
भीगे हुए ड्राई फ्रूट्स के फायदे :- Soaked dry fruit Added benefits in hindi
गर्भावस्था के दौरान जननांगों पर मस्से – लक्षण, निदान और उपचार
पोषक तत्व किसे कहते हैं? नाम सहित जानकारी
कुछ ड्राई फ्रूट्स निर्माता इसमें सल्फाइट्स मिलाते हैं क्योंकि इससे ड्राई फ्रूट ज्यादा अच्छा दिखता है। खासकर एप्रिकॉट्स और किशमिश में सल्फाइट मिलाया जाता है। लेकिन इसे खाने के बाद कुछ लोगों को कई तरह की तकलीफ़ हो सकती है जैसे कि पेट में दर्द, स्किन रैशेज़ और अस्थमा अटैक आदि। सल्फाइट से बचने के लिए वैसे ड्राई फ्रूट्स चुनें जिनके रंग थोड़े ब्राउन या ग्रे हो। वहीं, जिन ड्राई फ्रूट्स को सही तरीके से स्टोर नहीं किया जाता है उनमें फफूंद और अन्य तरह के संक्रमण भी हो सकते हैं।